भारत में सत्ता बहुकेंद्रीय रही है, हाँ बोध या मानस सत्ता का केंद्र अवश्य एक रहा है 'भारत'। इसलिए भारतीय इतिहास का अर्थ उत्तर भारत या केन्द्रीय भारत का इतिहास नहीं, बल्कि दक्षिण भारत की समृद्ध विरासत का इतिहास भी है। लेबल वाली कोई पोस्ट नहीं. सभी पोस्ट दिखाएं
भारत में सत्ता बहुकेंद्रीय रही है, हाँ बोध या मानस सत्ता का केंद्र अवश्य एक रहा है 'भारत'। इसलिए भारतीय इतिहास का अर्थ उत्तर भारत या केन्द्रीय भारत का इतिहास नहीं, बल्कि दक्षिण भारत की समृद्ध विरासत का इतिहास भी है। लेबल वाली कोई पोस्ट नहीं. सभी पोस्ट दिखाएं